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Stock Market में Trading शब्द सुन ने को मिलता है, आज हम इसी सम्बन्ध में चर्चा करेंगे कि “STOCK MARKET TRADING” क्या होता है?
STOCK MARKET TRADING
“Trading का अर्थ है किसी वस्तु या सेवा को लाभ कमाने के मकसद से खरीदना और बेचना”
TRADING का हिंदी अर्थ व्यापर होता है ,जब हम कोई बस्तु या सेवा इसी उद्देश्य से खरीदते है कि उस वस्तु और सेवा को कुछ समय बाद बेच कर हम उस से लाभ कमाएंगे तो इस कार्य को “TRADING” कहा जाता है, हम अपने आस पास जितने भी व्यापर होता देखते है – चाहे राशन या सब्जी की दुकान हो अन्य दुकान, सभी दुकानदार बस्तु या सेवा इस उद्देश्य से खरीदते है ताकि वे उसे बेच कर लाभ कमा सके,
TRADING IN STOCK MARKET
हमें देखा कि TRADING का अर्थ, यानी बस्तु या सेवा लाभ कमाने के उद्देश्य से खरीदना और बेचना होता है , ठीक इसी तरह जब हम STOCK MARKET में कोई भी STOCK या SHARE खरीदते है, तो हमारा मुख्य उद्देश्य होता है, उस SHARE या STOCK के भाव बढ़ जाने पर उसे बेच कर लाभ कमाया जा सके, और इस तरह STOCK MARKET में भाग लेने वाले 99% से ज्यादा लोग जब कोइ शेयर या STOCK खरीदते है और बेचते है तो उनकी ये क्रिया “STOCK MARKET TRADING” कहलाती है,
STOCK MARKET में TRADING कितने प्रकार की होती है ?
“TRADING” शब्द “INVESTMENT” की अपेक्षा जल्दबाजी और RISK वाला लगता है, और ये काफी हद तक सही भी है, क्योकि TRADING करने वाला व्यक्ति हमेशा मौके के इन्तेजार में रहता है और जैसे ही उसे सही मौका दिखता है, वो अपने सौदे को बेच कर लाभ कमा लेता है,
इस तरह से देखा जाये तो TRADING एक SHORT TERM ACTIVITY होता है, और TRADING के कुछ मुख्य प्रकार है –
1 INTRA DAY TRADING – ऐसे TRADE जो एक दिन के अन्दर ही पुरे कर लिए जाते है, यानी SHARE या STOCK उसी दिन खरीद कर उसी दिन बेचने के कार्य को इंट्रा डे ट्रेडिंग कहा जाता है, जैसे -सुबह 9:15 पे MARKET खुलने के बाद स्टॉक खरीदना और उसी दिन शाम 3.30 पे MARKET बंद होने से पहले आप उसे बेच दे, अक्सर देखा गया है कि एक INTRA DAY TRADER एक दिन में 5- 6 TRADE करते है, इस तरह की TRADING में STOCK HOLD करने का टाइम कुछ घंटो में होता है,
नोट: इस तरह की TRADING के लिए BROKER कंपनिया आपको आपके पास उपलब्ध रकम के दस से बीस गुना ज्यादा मार्जिन देती है, की आप उनसे दिन भर के लिए उधर लेकर आप TRADING करके लाभ कमाओ और उसी दिन शाम तक आप उनको उनका पैसा सौदे को बेचकर उन्हें लौटा दो,
2. SCALPER TRADING – ऐसे TRADE जो कुछ मिनट के अन्दर ही पुरे कर लिए जाते है, यानी SHARE या STOCK खरीदने कुछ मिनट के अन्दर ही उसे बेच दिया जाये तो इसे SCALPER TRADING कहा जाता है, जैसे -सुबह 9:15 पे MARKET खुलने के बाद स्टॉक खरीदना , और खरीदने के 1,२, या 5-10 MINUTE के अन्दर उसे बेच कर छोटा लेकिन फटाफट लाभ कमाना, अक्सर देखा गया है कि इस तरह की TRADING में AMOUNT बहुत ज्यादा होती है, जैसे अगर आप 10 लाख रूपये लगाते है और उसमें 100 रूपये के 10000 शेयर लेते है तो 100 रूपये के ऊपर अगर शेयर 20 पैसा भी बढ़ जाता है तो 10000 X 0.2 यानी लगभग 2000 रूपये का फायदा हो जाता है, और अगर 100 रूपये का शेयर 101 रूपये हो जाता है तो आपको प्रति शेयर 1 रूपये की हिसाब से आपको 10000 रूपये तक का लाभ हो सकता है , लोग फटाफट छोटे छोटे PROFIT मार्जिन के साथ फटाफट PROFIT कमाने के लिए इस तरह की TRADING करते है,
नोट: इस तरह की TRADING के लिए BROKER कंपनिया आपको आपके पास उपलब्ध रकम के दस से बीस गुना ज्यादा मार्जिन देती है, की आप उनसे दिन भर के लिए उधर लेकर आप TRADING करके लाभ कमाओ और उसी दिन शाम तक आप उनको उनका पैसा सौदे को बेचकर उन्हें लौटा दो,
3. SWING TRADING ऐसे TRADE जो कुछ दिन, हफ्ते या महीने के अन्दर ही पुरे कर लिए जाते है, यानी SHARE या STOCK के बाद उसे कुछ दिन, हफ्ते या कुछ महीने तक अपने पास रखते है और उसके सही भाव बढ़ने का इन्तेजार करते है , जैसे -JANUARY 2017 में ख़रीदे गए शेयर को फ़रवरी या अप्रैल मई तक बेचना, इस तरह की STOCK BUYING को SHARE DELIVERY पर खरीदना कहते है, इस तरह के ट्रेड में में ट्रेडर अपने शेयर्स के भाव में दिनों के हिसाब से 5 या 10 प्रतिशत से ज्यादा भाव बढ़ने की आशा के साथ ट्रेड करता है, ध्यान देने वाली बात ये है कि इस तरह के ट्रेड में पूरा पैसा ट्रेडर का लगा होता है, इसमें कंपनिया किसी तरह का कोई MARGIN MONEY नहीं देती,
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